जिस्मानी रिश्तों की चाह -44

सम्पादक जूजा मैं आपी के पीछे से उनकी जांघों के बीच…

गाँव की मस्तीखोर भाभियाँ-1

नमस्ते दोस्तो.. जलगाँव ब्वॉय का आप सभी को प्यार भरा प्…

गोवा में मुठ मारने का झूठ

दोस्तो, मैं नीलेश अपनी पहली कहानी लिखने जा रहा हूँ…

तू मेरा लंड और मैं तेरी चूत

आप सभी को मेरा नमस्कार, मेरा नाम राहुल है, मैं ग्वा…

प्यास भरी आस: एक चाह-1

सभी चूत की मल्लिकाओं को मेरे लंड का प्यार भरा एहसास…

दोस्त की बीवी बनी माशूका-3

दो-चार धक्कों में ही मैंने अपना सारा माल नीता भाभी…

Main Aur Papa Ke Dost

Hi, dosto main Diksha aaj apni pehli kahani le aa…

जिन्दगी के दो हसीन तोहफे-1

कैसे हो दोस्तो, मैं आपका दोस्त राज एक बार फिर से आप…

मेरी कामाग्नि : भतीजे ने मेरी चुदास भड़का दी

दोस्तो, आज मैं आपके समक्ष एक ऐसी कहानी लाई हूँ.. जि…

बीवी या बहन.. क्या कहूँ

सभी दोस्तों को नमस्कार.. मैं धीरज.. आप सबके सामने अ…