मेरी यह कहानी सत्य तथ्यों पर आधारित है पर पूर्णतया सत्य भी नहीं है। इसमें साहित्यिक दृष्टि से और खास कर इ…
हेल्लो दोस्तों, अब आगे की कहानी पढ़िए!जब से सिम्मी ने कालिया का लण्ड देखा था तब से उसके मन में प…
दोस्तों, कैसे हैं आप सब आशा करता हूँ सब इस महामारी के दौर में कुशल होंगे। आप सबने मेरी पिछली कहानिया…
हेल्लो दोस्तों, अब आगे की कहानी पढ़िए!सिम्मी ने डरते हुए पर अनिवार्य को स्वीकारते हुए कालिया का त…
हेल्लो दोस्तों, अब आगे की कहानी पढ़िए!सिम्मी यह समझ नहीं पा रही थी की पहले जैसी नफरत के बदले सि…
हेल्लो दोस्तों, अब आगे की कहानी पढ़िए!उधर जैसे ही अर्जुन दूकान से चाचाजी के घर पहुंचा लगभग उसी …
दृश्यम द्वितीय चरणपति और पत्नी के रिश्तों का नाजुक तानाबाना गूंथती हुई यह कहानी तत्कालीन भारतीय …
मैं तो भोली गँवार गवालन थी। तुमने मैं की लत क्यों डाली?कई बार जब अर्जुन घर में होता और इंटरने…
अर्जुन ने कहा, “नेट पर तो विदेशियों की तस्वीरें ज्यादा आती हैं, पर मैं तो तुम्हें देसी हमारे जैसे कुछ आ…
हेल्लो, अब आगे की हिन्दी सेक्स कहानी पढ़िए और मजे लीजिये!कमल ने फ़ौरन आरती का ब्लाउज को आगे से खो…