कमाल की हसीना हूँ मैं-37

वो मुझे सहारा दे कर बार के करीब ले गया और दो ड्रिं…

आह से आहा तक

प्रेषिका : आरती लो मैं भी आ गई अपनी कहानी लेकर, पत…

मेरे मोहल्ले की रौनक

आमिर खान नमस्कार दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का नियमित पा…

लाजो का उद्धार-4

मैं जब पहुँचा लाजो वैसे ही खड़ी थी। नंगी पीठ पर लम्…

नया मेहमान-4

बाथरूम में रेखा दरवाजे की तरफ मुँह करके पटरी पर ज…

रेनू से मुलाकात और चुदाई

अन्तर्वासना पर काफी कहानियाँ पढ़ने के बाद मैं खुद रो…

गेटपास का रहस्य-5

मुझे मयूरी से मिले हुए दो दिन हो गए थे हमें ऐसा क…

कमाल की हसीना हूँ मैं-26

मेरा सिर नशे में बुरी तरह झूम रहा था और दिमाग पर …

गेटपास का रहस्य-3

दीप के जाने के बाद मैंने किताब को एक तरफ रखी और म…

कमाल की हसीना हूँ मैं-43

उसका लौड़ा तो इतना लंबा-चौड़ा था ही बल्कि वो खुद भी …