चूत एक पहेली -93
अब तक आपने पढ़ा.. पायल- अर्जुन, प्लीज़ मुझे इस गेम की…
गरीबी ने चूत और नौकरी दोनों दिलाई -2
मैं बंटी आपके सामने फिर से अपनी कहानी गरीबी ने चू…
शाज़िया की चूत गर्म हो गई
मैं दिल्ली का अरुण एक बार फिर से आप सभी के लौड़ों म…
कमाल की हसीना हूँ मैं -8
मेरे जिस्म पर कपड़ों का होना और ना होना बराबर था। स…
प्रेम संग वासना : एक अनोखा रिश्ता -3
मैंने उससे मज़ाक में कहा- तुम मेरे साथ ड्रिंक कर रह…
दूसरी सुहागरात… यार के साथ
सम्पादक- राज कार्तिक शर्मा दोस्तो… आपकी शालिनी राठौर …
नवाजिश-ए-हुस्न-4
लेखक : अलवी साहब सीढ़ियाँ उतरते मुड़ के वापस उसके प…
पर पुरुष समर्पण-2
मधुरेखा लेकिन उसने बिना कुछ बोले फ़िर से मेरे लबों…
चरमानन्द परमानन्द
दोस्तो, मेरी पहली कहानी दिल्ली बस रूट न. 623 आप पाठ…
मेरा पहला सेक्स भाभी के संग
मेरा नाम सुनील( बदला हुआ नाम) है. मेरा घर छत्तीसगढ़…