उफ़्फ़ तूफ़ानी रात वे-1

लेखिका : नेहा वर्मा पटना की मेरी ई-मित्र शिखा जो 55…

प्यासी दुल्हन -2

दस दिन बाद मेरा बैंक का पेपर लखनऊ में था। मेरी को…

बस दो ही कमियाँ हैं

मैं अन्तर्वासना का नियमिक पाठक हूँ। मैं आप सब को अप…

प्यासी दुल्हन -4

हमने एक दूसरे को बाँहों में भरकर 10-12 प्यार भरी प…

बुआ संग रासलीला

मेरा नाम साहिल है, आज मैं हिम्मत करके आपको अपनी एक…

ये दिल … एक पंछी-2

प्रेषिका : निशा भागवत “ओह्ह्ह ! मैं तो गई…” “प्लीज नि…

शूल

प्रेषिका : स्लिम सीमा कल बुआ का श्राद्ध विधि-विधान से…

प्यासी दुल्हन -3

रात के सात बज रहे थे, भाभी के साथ मैंने खाना बनाय…

Chodne K Liye Bahan Banaya

Hi dosto mera nam anant hai mai Raipur ka rahne w…

Aunty Ka Pyar

Aunty Ka Pyar पेहले गुरुजी को प्रणाम मे DK का नीयम…