तेरी याद साथ है-1

प्रेषक : सोनू चौधरी मेरा नाम सोनू है, जमशेदपुर में…

अठारह वर्षीया कमसिन बुर का लुत्फ़-2

रीना रानी कुछ देर मेरी ओर आँखें तरेर कर देखती रही…

समय के साथ मैं चुदक्कड़ बनती गई-4

प्रेषिका : नीनू मुझे ससुराल में प्यास बुझाने का साध…

तेरी याद साथ है-3

प्रेषक : सोनू चौधरी पता नहीं जब पूरी पैंटी उतर जाए…

कब जुदा होंगे

मेरा नाम संगीता है। मैं गुजरात के धोलका नामक शहर …

दिव्य दिव्या-2

फिर वो बोली- जान अब मत तड़पाओ ! मेरी भोसड़ी फाड़ डाल…

जिस्मानी रिश्तों की चाह -23

सम्पादक जूजा हम भाइयों की जिद पर आपी ने अपनी कमीज …

तेरी याद साथ है-5

आपने मेरी कहानी के पहले चार भाग पढ़े ! अब आगे- तभी…

तेरी याद साथ है-4

प्रेषक : सोनू चौधरी रिंकी ने चुम्बन वहाँ पप्पू के लं…

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-8

मैं अपनी सांसें रोके उन तीनों को देख रहा था, मुझक…