चरित्र बदलाव-10
अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा नमस्कार और ढेर सारा प्य…
अभी चुदाई बाकी है
प्रेषक : आदित्य नमस्कार दोस्तो, आजकल के दौर में सारे …
मेरा फ़र्ज़, उसका फ़र्ज़
बेंगलौर स्थित महात्मा गांधी रोड हर किसी की जुबां पर…
पलक की चाहत-5
वो कहते कहते रुक गई … “मैंने पूछा और क्या …?” तो ब…
दो जवान बहनें पिंकी और रिंकी-5
प्रेषक : राजवीर सूरज उठा और कपड़े पहने और चला गया। …
पूरा साल देती रहना
प्रेषिका : सैंडी मेरा नाम सैंडी है, इक्कीस साल की प…
मौसी से सेक्स ज्ञान-1
काम के सभी पुजारियों को माही के लहराते लण्ड का साद…
दो जवान बहनें पिंकी और रिंकी-1
आपने मेरी कई कहानियाँ पहले पढ़ी हैं। एक बार फिर से…
जिस्म की मांग-1
प्रणाम पाठको, उम्मीद है सब कुशल मंगल से होंगे, सबका…
मैंने अपनी माँ की चुदाई देखी- 1
मेरी माँ की चूत की कहानी में पढ़ें कि कैसे एक दिन …