लूट का माल

फ़ुलवा हरजीत सिंह ज्यों ही कमरे में दाखिल हुआ, सन्तो…

अबकी बार सुमन चाची की गाण्ड फाड़ी -1

मेरी पहली कहानी चाची का सैक्स भरा प्यार पढ़ कर मुझे …

चूत की आग के लिए मैं क्या करती-5

विनोद बोला- हाँ! आज मैं कोशिश करूँगा कि तुमको चरम…

चूत की आग के लिए मैं क्या करती-6

घंटी बजी, दरवाजा खोला तो दूध वाला था। दूध लिया, ब…

चूत की आग के लिए मैं क्या करती-2

सुनील ने कहा- भाभी, अब तुम कभी प्यासी नहीं रहोगी, …

चूत की आग के लिए मैं क्या करती-3

सुशील ने कहा- भाभी, मैं घर हो आता हूँ! माँ को कह …

स्वाति राण्ड

प्रेषक : दीपक चौधरी आप सभी लोगों को खड़े लण्ड से प्रण…

चूत की आग के लिए मैं क्या करती-8

प्रेषिका : सुरभि तिवारी सुनील आ गया। मैंने उन दोनो…

कुंवारी तृप्ति

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार। मेरा नाम …

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-15

अंकल ने मेरी नाइटी उठा कर मेरी पैन्टी उतार दी, फिर…