मुझे रण्डी बनना है-3
हम मौसी के कमरे में पहुंचे आलीशान कमरा था और ए सी…
गैरेज में पुताई वाले से
प्रेषक : वही आपका प्यारा सनी मेरी कभी कोई चुदाई ऐसी…
चाचा का उपहार-1
हाय दोस्तो.. कैसे हैं आप सब। आप सबका मैं बेहद शुक्र…
सावन में चुदाई-2
प्रेषक : विजय पण्डित “आह रे, मर जावां रे… विजय, तुझ…
वो मस्तानी रात….-1
प्रिय मित्रो.. आप सब मेरी कहानी पढ़ते हो, सराहते हो,…
एक कुंवारे लड़के के साथ-3
कहानी का दूसरा भाग : एक कुंवारे लड़के के साथ-2 जब …
मुझे रण्डी बनना है-1
बीते दिनों की बात है, मैं हमेशा की तरह ट्रेन में स…
बधाई हो बधाई
प्रेषक : गुल्लू जोशी शीला और उसका पति विनोद एक शहर …
कानून के रखवाले-3
प्रेषक : जोर्डन चार आदमी खिड़की के रास्ते से सोनिया क…
कितने लोगों के नीचे मेरी माँ-1
नमस्कार दोस्तो, आज मैं आपको एक हकीकत बताने वाला हूँ…