वो सात दिन कैसे बीते-8

अगले दिन शुक्रवार था और आज भी उसकी क्लास थी जिससे व…

मेरा गुप्त जीवन- 180

मैंने बसंती से पूछा- क्यों बसंती, यहाँ दिल लग गया …

वो सात दिन कैसे बीते-7

‘मज़ा आ गया।’ थोड़ी देर बाद उसने करवट ली और मेरी आँ…

प्यास भरी आस: एक चाह-2

जब कॉलेज से लौट कर घर आ रहा था तो भाभी गेट पर थीं…

जिस्मानी रिश्तों की चाह -26

हम भाइयों की जिद पर आपी ने आखिर अपनी सलवार उतार ह…

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-11

सलोनी- मैं उन दिनों स्कूल के बाद कॉलेज में नई आई थ…

साली और साली की बेटी संग मज़े किए-2

सुबह उठा तो देखा के साली साहिबा नहा धोकर फ्रेश होक…

Pura Parivar Chudakkad Parivar – Part 8

Dosto aaj meri aap se bs ek hi gujarish hai ki aa…

Pura Parivar Chudakkad Parivar – Part 1

Hi Dosto, mera naam Gourav hai. Aur main Delhi me…

नारी की सेवा दिलाएगी मेवा

दोस्तो, आप सबके लिए कुछ नया देने की कोशिश कर रहा ह…