गाँव की गोरियाँ देसी छोरियां
सुबह के 9 बज रहे थे मुझे पुणे से अपने गांव जाने क…
कुंवारी पड़ोसन की सील तोड़ी
कैसे हो दोस्तो.. मैं आपका दोस्त आकाश. मैं नागपुर मह…
अनजानी दुनिया में अपने-4
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को जॉर्डन का प्यार भरा नमस्क…
चाहत और वासना की आनन्द भरी दास्तान
सुबह के 9 बज गए थे. अरुण अपने ऑफिस के लिए निकला थ…
डॉक्टर संग सेक्स भरी मस्ती
यह कहानी कुछ वर्ष पहले अन्तर्वासना पर प्रकाशित हुई थी…
एक छोटी सी गलती
मेरे दोस्तो, मेरा नाम परमजीत कौर है और मैं पटियाला…
शादी में चूत चुदवा कर आई मैं-2
मेरी प्यासी चूत की कहानी के पहले भाग शादी में चूत …
अनजानी दुनिया में अपने-6
दोस्तो, अन्तर्वासना के सभी पाठकों को जॉर्डन का प्यार भ…
वासना के पंख-10
दोस्तो, आपने पिछले भाग में पढ़ा कि कैसे संध्या ने अप…
अनजानी दुनिया में अपने-1
नमस्कार दोस्तो, मैं जॉर्डन सभी अन्तर्वासना के पाठकों क…