शिल्पा के साथ ट्रेन का सफ़र-7

लेखक : माइक डिसूज़ा अब तक आपने पढ़ा कि मुझे ट्रेन मे…

बेताबी

प्रेषिका : परी मेरा नाम रेशमा है। मैं इस्लामाबाद पा…

मान भी जाओ बहू -2

आपकी कुसुम का चौड़ी टांगों, मदहोश जवानी से अंतर्वास…

होली के बहाने

लेखक : सनी गुरु जी को बहुत बहुत प्यार, नमस्कार ! स…

मौसी हो तो ऐसी-2

राज कार्तिक सब अपने कमरे में जा चुके थे, मैं भी अप…

बर्फी खाकर गुड़ में मजा कहाँ रहता है

प्रेषिका : प्रिया घोषाल पाठकों को मेरी प्यारी सी चूत…

नौकर की बीवी के साथ सुहागरात

मेरा नाम जगजीत सिंह है। पंजाब के मालवा इलाके का ज…

कल्पना साकार हुई-2

अब बारी तृष्णा की थी, उसने विक्रम का अन्डरवीयर उतारा…

टी वी की सुधराई

प्रेषक : अतुल अग्रवाल अन्तर्वासना पर कहानियाँ पढ़ने के…

पैगाम-2

लेखिका : नेहा वर्मा “क्या ? गंगा तो एक दम बढ़िया है …