रेखा- अतुल का माल-2
लेखिका : उषा मस्तानी सरीना अतुल से बोली- अतुल जी, …
चरित्र बदलाव-7
रात को करीब 11 बजे दरवाजे की घण्टी बजी और जब मैंने…
जब मस्ती चढ़ती है तो…-1
प्रेषिका : बरखा लेखक : राज कार्तिक मेरे सभी दोस्तों …
आकर्षण-4
लेखिका : वृन्दा अब धीरे धीरे मेरे शरीर में भी बदला…
रेखा- अतुल का माल-4
इस बीच रेखा का मोबाइल बजा। रेखा बोली- मेरे पति का…
अतुलित आनन्द-3
प्रेषक : फ़ोटो क्लिकर हम दोनों ने साथ खाना खाया, खान…
बुड्ढों के महान लौड़े
आपका प्यारा दुलारा : सनी एक बार फिर हाज़िर हूँ.. नम…
आकर्षण- 7
बीच बीच में वो मुझे प्रेम भरे चुम्बन देता… धीरे धीर…
दो नम्बर का बदमाश-3
दोस्तों अब दिल्ली लुटने को तैयार थी… मैंने उसका टॉप…
दो नम्बर का बदमाश-2
मैं सोफ़े पर बैठ गया। जैसी ही बाथरूम का दरवाज़ा खुल…