Search Results for "होता-हे-जो-वोह-हो-जाने-दो"
मेरा गुप्त जीवन -94
अगले दिन कॉलेज गया तो सबसे पहले मैंने ऑफिस में पू…
विधवा की कामवासना- 2
इस कहानी में मेरा नंगा सेक्स है. मैंने अपनी अन्तर्वा…
मेरा गुप्त जीवन -38
उस रात मैं और कम्मो घोड़े बेच कर एक दूसरे की बाहों …
मेरा गुप्त जीवन -35
कम्मो की दर्द भरी कहानी सुन कर हम बहुत द्रवित हो गए …
मेरा गुप्त जीवन-72
थोड़ी देर बाद नाश्ता करके भैया और भाभी अपनी कार में…
अहमदाबाद का जिगोलो
दोस्तो, मेरा नाम सागर है, मैं अहमदाबाद में रहता हू…
एक भाई की वासना -28
सम्पादक – जूजा जी हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. फिर थोड़ा…
किस्सा है एक रात का
प्रेषक – अभि हाय दोस्तों एक बार फिर आपके लिए इस साई…
एक भाई की वासना -41
सम्पादक – जूजा जी हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. जाहिरा श…
विधवा की कामवासना- 1
नंगी कहानी में पढ़ें कि मैं भारी जवानी में ही विधव…