Search Results for "जबरदस्ती"

जिस्म की जरूरत-17

एक तो पहले ही उसकी चूचियाँ चिकनी थीं, ऊपर से मेरे…

बात बनती चली गई-2

विजय पण्डित भैया दोपहर का भोजन करके एक बजे ड्यूटी प…

जिस्म की जरूरत-18

मैंने अब उसकी आखिरी झिझक को दूर करना ही उचित समझा…

जिस्म की जरूरत -23

मेरा मुँह अब भी उसकी चूत पे टिका हुआ था और मेरी ज…

जिस्म की जरूरत-22

उनके होठों की नर्मी और साँसों की गर्मी ने मुझे पिघल…

जिस्म की जरूरत-16

अपनी असफलता से दुखी होकर मैंने वंदना की आँखों में…

जेम्स की कल्पना -6

कल्पना को अपने आसपास खाली-सा लग रहा था। वह भी कुछ …

जन्मदिन का उपहार

प्रेषक : मुकेश कुमार दोस्तो, आज मैं अपनी सच्ची कहानी…

मेरी जवान भानजी ने कुंवारी बुर का तोहफा दिया

मेरी पिछली कहानी ट्रेन में मिली एक नवविवाहिता की क…

जिस्म की जरूरत -25

तभी एक परिचित सी मोहक सुगंध ने मेरा ध्यान अपनी ओर …