ऐसी दुल्हन चाहिए

लेखक : बदतमीज़ न गोरी न साँवली, इक छैल-छबीली दुल्हन चाहिए। कुछ खुले विचारों की, कुछ शर्मीली दुल्हन चाहिए। – भारतीय मन हो, सरल हो, सीधी-सादी हो जवान तन उसका, फूलों की महकती वादी हो मुदु भाषिणी मधुर सुरीली दुल्हन चाहिए। कुछ खुले विचारों की, कुछ शर्मीली दुल्हन चाहिए। – नहीं चाहिए ससुर जी का दहेज धन-दौलत मुझे केवल उनकी सुगुण कन्या की है जरूरत मुझे बस कोरी कँवारी सील सिली दुल्हन चाहिए। कुछ खुले विचारों की, कुछ शर्मीली दुल्हन चाहिए।

उसके बाल में मजा हो, उसके गाल में मजा हो उसके चाल में मजा हो, हर माल में मजा हो हर अंग में रस भरी रसीली दुल्हन चाहिए। कुछ खुले विचारों की, कुछ शर्मीली दुल्हन चाहिए। – गर्म हो जाये मेरी सुनकर कामुक बातों से होंट काटने लगे अपने श्वेत-श्वेत दाँतों से अन्तर्वस्त्र पर हाथ रखूँ तो गीली दुल्हन चाहिए। कुछ खुले विचारों की, कुछ शर्मीली दुल्हन चाहिए। – स्तन सहलाते ही मन उसका मचलने लगे योनि रगड़ते ही आग उसमें जलने लगे आग लगा दे ऐसी माचिस की तीली दुल्हन चाहिए। कुछ खुले विचारों की, कुछ शर्मीली दुल्हन चाहिए। – मुस्कुराये तो दिल में हलचल कर जाये अधर उसके चूमूँ तो मुझमें नशा भर जाये होटों में मदिरा रखने वाली नशीली दुल्हन चाहिए। कुछ खुले विचारों की, कुछ शर्मीली दुल्हन चाहिए। – सेज पर दुबकी प्रतीक्षा करे मेरे आने की. ऊपर से ना-नुकुर पर इच्छा रखे आनन्द पाने की कुछ नखरे भी दिखलाये नखरीली दुल्हन चाहिए। कुछ खुले विचारों की, कुछ शर्मीली दुल्हन चाहिए। न गोरी न साँवली, इक छैल-छबीली दुल्हन चाहिए।


मेरी चोली को सीना संभाल के मेरी चोली को सीना संभाल के हो दर्ज़ी… जाना है कल ससुराल अरे मोहे जाना है कल ससुराल

आज मेरे सैंया का आया बुलावा आज मेरे सैंया का आया है बुलावा सुनो, आया बुलावा हो गई मैं तो निहाल अरे मोहे जाना है कल ससुराल मेरी चोली को… मेरी चोली को सीना संभाल के हो दर्ज़ी… जाना है कल ससुराल अरे मोहे जाना है कल ससुराल

लाख टक्के की मैं हूँ गोरी दुल्हनिया लगा मोहे सोलवाँ साल पल पल मोरी झुकी जाए रे नज़रिया डग-मग होय रही मोरी चाल हो ओ… ऐसे बना दे चोली ऐसे बना दे चोली ननदी भी चौंके मेरी जेठानी भी चौंके मेरी देवरानी भी चौंके मेरी सैंया जी बोले कमाल अरे मोहे जाना है कल ससुराल मेरी चोली को… मेरी चोली को सीना संभाल के हो दर्ज़ी… जाना है कल ससुराल अरे मोहे जाना है कल ससुराल!


अपनी सुहागरात पर एक लड़की अपने कमरे में बैठी दूल्हे का इंतजार कर रही थी। तभी अचानक कमरे का दरवाज़ा खुला और लड़का कमरे में आया और पलंग पर बैठी दुल्हन से कहा- जल्दी से अपने कपड़े उतारो ताकि हम सेक्स कर सकें! लड़के की बात सुन लड़की ने फ़टाफ़ट कपड़े उतारे और दोनों ने ज़बरदस्त तरीके से सेक्स किया।

सेक्स करने के बाद लड़का लड़की से बोला- अब जल्दी से कपड़े पहन लो! यह देख लड़की को कुछ अटपटा सा लगा तो उसने लड़के से पूछा- क्यों, क्या हुआ? लड़का- अरे दूल्हा जो आने वाला है!