चूत देख कर तोते उड़ गए

अमित कुमार मैं आप सबका दोस्त आप सबके सामने हाज़िर हूँ अपनी पहली और सच्ची कहानी लेकर..! मेरी उम्र 24 साल, कद 5’8” है और अगर लण्ड की बात करें तो 7” लम्बा और 3” मोटा है। मैं हरियाणा में सोनीपत का रहने वाला हूँ। मैं सेक्स का हमेशा प्यासा ही रहता हूँ और तलाशता रहता हूँ शायद कि कहीं चुदाई का कोई मौका मिल जाए। सबसे पहले मैं अन्तर्वासना का धन्यवाद करता हूँ जो मेरी आपबीती को आप तक पहुँचाया। शायद कहानी को पढ़ कर कई लण्ड मुठ मारेंगे और कई चूत ऊँगली करेंगी। यह मेरी पहली कहानी है उम्मीद करता हूँ आपको पसन्द आएगी। यह बात दो साल पहले की है जब मैं बारहवीं में पढ़ता था। मेरी अंग्रेजी में कमजोरी होने की वजह से मम्मी ने ट्यूशन लगवा दी पर मेरा मन बिल्कुल भी नहीं लगता था। लेकिन दो दिन बाद ही उधर एक लड़की सोनिया पढ़ने आने लगी। सोनिया को देखते ही मेरा दिमाग चकरा गया, क्या लग रही थी यार..! मेरे तो मुँह में पानी आ गया। सोनिया बिल्कुल गोरी थी दोस्तो..! सोनिया का फिगर 36-28-36 होगा और हाइट 5 फ़ुट 3 इंच होगी। सोनिया एक मस्त उभरे हुए जिस्म की मालकिन है। हमारे बीच दो-तीन दिन तक सामान्य बातें होती रहीं। फिर सोनिया ने मुझसे पूछा- आपकी कोई गर्ल-फ्रेण्ड है? मैंने मना कर दिया और पलट कर उससे पूछा- आपका बॉयफ़्रेन्ड? तो उसने भी मना कर दिया, फिर हम यूँ ही मजाक करते रहे। मैं बीच–बीच में उसके जिस्म को छूता रहता था, वो कोई विरोध नहीं करती थी। फिर मैंने सोनिया को एक दिन प्रपोज कर दिया, सोनिया बहुत ही खुश हुई, उसने मेरे गाल पर चुम्बन दे दिया। मैंने भी उसको बाँहों में भर लिया। उसने कहा- अमित प्लीज यहाँ नहीं.. कोई देख लेगा! मैंने उसको छोड़ दिया और फिर मैं घर आ गया, पर पूरी रात सपने में उसको चोदने की सोचता रहा, सोनिया के नाम की दो बार मुठ्ठ भी मारी। दो दिन बाद मम्मी को बाहर जाना पड़ गया तो मैंने सोनिया से कहा- कल मेरे घर मिलते हैं? पहले तो उसने मना कर दिया, फिर मेरे बार-बार कहने पर ‘हाँ’ कर दी। अगले दिन शाम को 3:30 पर मैं घर से निकला और रास्ते में उसका इन्तजार करने लगा। सोनिया 03:45 पर आई। मैं उसको बाइक पर बिठा कर घर ले आया। मैंने पूछा- क्या लोगी? उसने मना कर दिया फिर हम एक साथ बैठ गए और मैंने फिल्म चला दी। फिल्म में चुम्बन का सीन आते ही मैंने सोनिया को बाँहों में भर लिया। सोनिया भी गर्म होने लगी, मैं उसके मुँह में पूरी जीभ घुमा रहा था, वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी। फिर मैंने उसका शर्ट उतार फेंका और काली ब्रा भी उतार दी। क्या निप्पल थे उसके यार..! बिल्कुल भूरे रँग के निप्पल थे। मैं उसके निप्पल चूसने लगा। सोनिया की साँसें तेज होने लगीं। मैं एक भूखे की तरह उसके मम्मों को चूस रहा था, वो भी मेरा साथ दे रही थी। उसकी बदन की प्यास इतनी बढ़ चुकी थी कि वो सिसकारने लगी- अमित फक मी.. प्लीज चोदो मुझे.. फाड़ दो मेरी चूत..! मैं उसे चूस रहा था। सोनिया ने कहा- अमित अपने ‘उसके’ दर्शन तो करवा दो..! मैंने कहा- खुद ही कर लो! सोनिया ने मेरी जीन्स में हाथ डाल दिया। फिर मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिए और फिर उसके बचे कपड़े भी! मैंने उसकी चूत को देखा, उस पर हल्के-हल्के बाल थे। तो मैं उसकी चूत देखता ही रह गया। वो बोली- क्या हुआ? तोते उड़ गए? मेरी चिड़िया देख कर! फिर उसने मेरा निक्कर निकाला और उसे देखते ही वो चिल्लाई- बहुत लम्बा है, मुझे नहीं डलवाना… मैं मर जाऊँगी! मैं उसकी चूत चाटने लगा और वो मेरा लौड़ा चूसने लगी। हम 69 की अवस्था में आ गए। सोनिया मेरा लण्ड जोर-जोर से चूस रही थी, मुझे लगा जैसे मेरा अभी निकल जाएगा। फिर थोड़ी देर बाद उस चूत रिसने लगी क्योंकि मैं भी सोनिया की चूत को जोर-जोर से चूस रहा था। सोनिया लगातार कह रही थी- फ़क मी.. अमित.. प्लीज फक मी..! और तेज धार के साथ झड़ गई। फिर मैंने सोनिया को सीधा लिटाया और उसकी टांगें चीर कर चौड़ी कीं तो देखा उसकी चूत बहुत तंग थी। मैं उंगली डालने लगा तो वो रोने लगी- अमित मर जाऊँगी मैं..! उसकी चूत को सहलाने लगा और सोनिया मस्ती में भर गई। फिर मैंने अपने लण्ड का सुपारा उसकी चूत पर रखा और जोर से धक्का मारा, तो वो चिल्लाई- उई माँ.. मर गई.. निकाल लो..! जबकि अभी लंड का टोपा ही अन्दर गया था। फिर मैंने एक और शॉट लगाया, वो और चिल्लाई। उसकी चूत से खून की धार आने लगी, सोनिया दर्द के मारे चिल्ला रही थी। मैंने एक धक्का और लगाया, इस बार पूरा लण्ड सोनिया की चूत में था। वो दर्द से चिल्ला रही थी। फिर मैं थोड़ी देर ऐसे ही लेटा रहा, जब सोनिया कुछ सामान्य हो गई थी, फिर सोनिया की चूत को धीरे-धीरे चोदना चालू किया। इस बार सोनिया भी मेरा साथ दे रही थी। फिर मैंने अपने लण्ड की रफ्तार बढ़ा दी और सोनिया फिर चिल्लाने लगी- फाड़ दी.. मेरी.. चोदो मुझे! और फिर पाँच मिनट बाद सोनिया जोर से झड़ने लगी- साली इस चूत में बहुत खुजली होती थी.. आज इसकी सारी खुजली मिटा दो! फिर मैं भी पूरे वेग पर था, मेरा छूटने वाला था, मैंने पूछा- कहाँ छोडूँ? उसने कहा- मेरे मुँह में.. मुझे भी तो अपने लण्ड की मलाई का स्वाद चखा दो! मैंने लौड़ा उसके मुँह में डाल दिया और वो मेरा चूसने लगी। फिर मैं उसके मुँह में ही झड़ गया और वो मेरा सारा वीर्य पी गई। थोड़ी देर हम ऐसे ही पड़े रहे, एक-दूसरे को चुम्बन करते रहे। फिर सोनिया को मैं गोद में लेकर गुसलखाने में ले गया, वहाँ दोनों ने खुद को साफ़ किया। सोनिया के चेहरे पर सन्तुष्टि साफ़ झलक रही थी। फिर सोनिया ने बेडशीट धोई, हमने कुछ खाया-पिया और मैं उसको उसके घर के पास छोड़ आया। उसके बाद मैंने सोनिया को कई बार चोदा मैंने पीछे भी ‘करना’ चाहा तो उसने मना कर दिया, पर मुझे सोनिया से कोई शिकायत नहीं है। सोनिया ने मुझे भी खुश किया। दोस्तो, यह मेरी और उसकी पहली चुदाई थी। आप मेरी कहानी पर अपनी पसन्द-नापसन्द ईमेल से जरुर बताना। अगर मुझे आपका प्रोत्साहन मिलेगा तो आगे भी लिखूँगा कि उसकी बहन को कैसे चोदा, यह बताऊँगा। आपका अपना दोस्त अमित कुमार [email protected]