पिछ्ली खिड़की में माइक्रोसॉफ़्ट
प्रेषिका : नीलिमा पाण्डेय प्यारे मित्रो, बहुत हिम्मत ज…
बुआ हो तो ऐसी-2
(प्रेम गुरु द्वारा संशोधित एवं संपादित) मैं एक बार …
बुआ हो तो ऐसी-1
(प्रेम गुरु द्वारा संशोधित एवं संपादित) घर की मौज ह…
अपनी अम्मी को जरूर चोदना
कुसुम Apni Ammi ko Jarur Chodna दशहरे की छुट्टियाँ…
नौकर से चुदवाया
मैं एक शादीशुदा औरत हूँ, मेरे पति एक व्यापारी हैं …
कहीं पे निगाहे कहीं पे निशाना-1
लेखिका : नेहा वर्मा मैं गर्मी की छुट्टियों में रतलाम…
पैगाम-2
लेखिका : नेहा वर्मा “क्या ? गंगा तो एक दम बढ़िया है …
मेरी मंगेतर-1
प्रेषक : कर्ण कुमार मेरा नाम करण है, मैं शिमला से ह…
होली के बहाने
लेखक : सनी गुरु जी को बहुत बहुत प्यार, नमस्कार ! स…
तुम मुझे मरवा दोगे !
दोस्तो, मैं संजू आप के लिए लेकर आया हूँ अपनी ज़िन्दग…