दोनों हाथों में लड्डू
हाय दोस्तो, मेरी उम्र 27 साल है, मैं कोइम्बटोर तमिलन…
फ़ार्म हाउस में मम्मी
प्रेषक : विजय पण्डित मेरे पुरखे काफ़ी सम्पत्ति छोड़ गये…
साहब बीवी और गुलाम
प्रेषक : बबलू मेरे प्यारे दोस्तो, इस कहानी को पढ़ने …
हवाई जहाज में चुदाई-2
प्रेषक : विक्की कुमार अब मैं खुश था कि एक विदेशन सु…
दोस्त दोस्त ना रहा
यह उस समय की बात है जब मैं कुछ दिनों के लिए दिल्ली…
काम में मज़ा आया?
प्रेषक : आलोक कुमार मैं आप सबको अपनी बात बता रहा ह…
सिर्फ़ अमन की ॠचा
प्रेषिका : ॠचा ठाकुर अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मे…
मुन्नू की बहन नीलू-3
कहानी का पिछला भाग: मुन्नू की बहन नीलू-2 शाम के च…
मौसी के घर मस्ती
प्रेषक : अजय बात यह हुई कि एक साल पहले मेरी मौसी न…
मस्त जिंदगी का अहसास-1
लेखक : राज शर्मा यह जिंदगी भी जाने क्या क्या रंग दिख…