तेरी याद साथ है-14

प्रेषक : सोनू चौधरी “रिंकी ने देरी नहीं की और उठ क…

तेरी याद साथ है-11

प्रेषक : सोनू चौधरी मैंने उस वक़्त एक छोटी सी निकर प…

दूसरी चूत-2 – मेरी बहन की चूत

प्रेषक : माय विश क्या मस्त चाट रही थी वह ! मेरे लण्ड …

31 दिसम्बर की रात

प्रेषक : अमित कुमार यह कहानी बिल्कुल सच्ची है। मेरा …

रचना का खेल

कुट्टी सर के साथ मस्ती करके दिल्ली से वापिस आने के च…

तेरी याद साथ है-10

प्रिया ने भी मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए और चू…

हुई चौड़ी चने के खेत में -5

प्रेषिका : स्लिमसीमा (सीमा भारद्वाज) चौथे भाग से आगे…

रद्दीवाला और उसका साथी

प्रेषक : गाण्डू सनी शर्मा पाठकों के लण्ड को स्पर्श करते…

सुहागरात भी तुम्हारे साथ मनाऊँगी-4

वो बोली- तुम भी तो अपने कपड़े उतारो ! मैं बोला- मै…

सुहागरात का असली मजा-2

सुहागरात का असली मजा-1 तभी भाई आ गये और बोले- क्या…