मस्त जिंदगी का अहसास-1
लेखक : राज शर्मा यह जिंदगी भी जाने क्या क्या रंग दिख…
अंग्रेजन को साड़ी पहनाई
प्रेषक : ऋषि मैं अन्तर्वासना का नया पाठक हूँ। कुछ कह…
अनोखे प्रेम की प्रिया कथा-1
प्रेषक : अमित शुक्ला मैंने अन्तर्वासना में बहुत सी कह…
साली बनी घरवाली
दोस्तो, मेरा नाम राज है और में पंजाब से हूँ। मैंने…
दोस्ती करा दो-1
प्रेषक : हैरी गिल मेरा नाम हैरी है। मैं लुधियाना (…
सिर्फ़ अमन की ॠचा
प्रेषिका : ॠचा ठाकुर अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मे…
क्या छिपा रहे हो?
सभी आंटियों और लड़कियों की फड़कती चूतों को मेरा प्या…
कहीं पे निगाहे कहीं पे निशाना-2
लेखिका : नेहा वर्मा “ओह ! मरना ही है तो यहाँ नहीं,…
फ़ार्म हाउस में मम्मी
प्रेषक : विजय पण्डित मेरे पुरखे काफ़ी सम्पत्ति छोड़ गये…
साहब बीवी और गुलाम
प्रेषक : बबलू मेरे प्यारे दोस्तो, इस कहानी को पढ़ने …