चरमानन्द परमानन्द

दोस्तो, मेरी पहली कहानी दिल्ली बस रूट न. 623 आप पाठ…

मेरे गांडू जीवन की कहानी-16

अभी तक आपने पढ़ा कि मैंने रवि के घर जाकर उसके साथ …

प्रेम संग वासना : एक अनोखा रिश्ता -3

मैंने उससे मज़ाक में कहा- तुम मेरे साथ ड्रिंक कर रह…

गर्लफ्रेंड के बिना उसकी सहेलियों संग थ्री-सम –7

अब तक आपने पढ़ा.. मैंने बिना चड्डी के सिर्फ लोअर पहन…

दूसरी सुहागरात… यार के साथ

सम्पादक- राज कार्तिक शर्मा दोस्तो… आपकी शालिनी राठौर …

मैं तीन गोरों से चुद गई

मैं अन्तर्वासना की कहानियाँ कई सालों से पढ़ रहा हूँ …

Flat Number 6 – Part 2

Hey! Iss wale part ke liye to apko apne haatho k …

गरीबी ने चूत और नौकरी दोनों दिलाई -2

मैं बंटी आपके सामने फिर से अपनी कहानी गरीबी ने चू…

प्रेम संग वासना : एक अनोखा रिश्ता -4

अभी हम बातें ही कर रहे थे कि मेरा लावा फूट पड़ा और…

गर्लफ्रेंड के बिना उसकी सहेलियों संग थ्री-सम –8

अब तक आपने पढ़ा.. प्रियंका- आह जीजू.. कमीने हरामी..…