पड़ोसन गीता की पीठ मालिश
हैलो दोस्तो, मेरा नाम पिंटो है, मैं मुंबई का रहने …
फेसबुक पे लड़ी जो अंखियाँ, जल रही सारी सखियाँ
फेसबुक पे सखीयन ने जबरन मेरा दिया दिया खुलाय, खात…
निगोड़ी जवानी-6
शाम को मैं फिर घर पहुँची। राकेश आये तो उन्होंने रा…
साजन का अधूरा प्यार-1
प्रेषक : साजन आपके बहुत से मेल भी आये और मैंने सभी…
निगोड़ी जवानी-4
मैं उनके बालों को सहलाते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त क…
साक्षी संग रंगरेलियाँ-2
कहानी के पहले भाग में आपने जाना कि साक्षी से मिलने…
दिल का क्या कुसूर-9
मुझे लगा कि इस बार मैं पहले शहीद हो गई हूँ। अरूण …
मेरी मुनिया खूब लंड खाएगी !
दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। यहाँ लिख…
रिटायरिंग-रूम की छत पर
दोस्तो, मेरी कहानियों पर जो आपके प्यार भरे मेल आते …
दिल का क्या कुसूर-3
दोनों लड़कियाँ आपस में एक दूसरे से अपनी योनि रगड़ र…