मेरा गुप्त जीवन- 111
सुबह उठे तो मेरी चाय फुलवा ले कर आई और मैं फुलवा …
जिस्म की जरूरत-21
अरविन्द भैया ने हम दोनों से पार्टी की बातें पूछीं औ…
चूत एक पहेली -46
अब तक आपने पढ़ा.. पुनीत- हाँ ठीक है.. साथ चलेंगे..…
चाची का सैक्स भरा प्यार -2
अब तक आपने पढ़ा.. मैं अभी कुछ देर और टीवी देखना चा…
मेरा गुप्त जीवन- 110
कम्मो मुस्कराते हुए बोली- मैं उस दिन ही समझ गई थी क…
जिस्म की जरूरत -20
नमस्ते दोस्तो, उम्मीद है कि मेरी पिछली कहानियों ने आ…
भाभी की जमकर चूत और गाण्ड मारी -1
हाय दोस्तो.. कैसे हैं आप सब लोग..! मेरा नाम वंश है…
मेरा गुप्त जीवन-107
कपड़े पहन कर हम वहाँ से निकले लेकिन मैंने जाने से …
अनजाने दोस्त ने गान्डू बनाया
मैं दिल्ली में रहता हूँ.. एक कंपनी में छोटी सी जॉब…
पहली चूत चुदाई शॉपिंग मॉल में
बस ने जोर का झटका मारा और मेरी चीख निकलते निकलते …