मेरा गुप्त जीवन-28

मम्मी मेरा इंतज़ार कर रही थी और हम दोनों ने मिल कर …

धोबी घाट पर माँ और मैं -13

माँ एक बार जरा पीछे घूम जाओ ना!’ ‘ओह, मेरा राजा म…

मेरा गुप्त जीवन-26

जैसे जैसे मेरे लखनऊ जाने के दिन निकट आ रहे थे मेर…

मेरे लण्ड का नसीब -4

अब तक आपने पढ़ा.. मोनिका के पति ने कहा- आप समाज के…

ममेरी बहन की जबरदस्त चुदाई

आप सभी को मेरा नमस्कार! वैसे तो मैं इस साईट का बहु…

दोस्त की मम्मी और उनकी सहेली की चूत चुदाई -2

अब तक आपने पढ़ा.. मुझे थोड़े-थोड़े साइड में से निशी …

चूत की झांटें साफ करके चोदा

प्रिय पाठको, आपको मेरा प्रणाम! आप सभी आजकल किसी ना …

कॉरपोरेट कल्चर की चुदाईयाँ -2

मित्रो, अब तक आपने पढ़ा.. अगले दिन व्हाट्सएप्प पर अमन …

धोबी घाट पर माँ और मैं -14

माँ ने मेरे चेहरे को अपने होंठों के पास खींच कर म…

मेरा गुप्त जीवन- 17

यह प्रसंग कोई 10 मिन्ट तक चला और तब तक बिंदू की झिझ…