लण्डों की होली-1

Lundo ki Holi-1 विराट दोस्तो, आज मैं आपके लिए एक न…

सपना और एकता की बजा दी-1

Sapna Aur Ekta ki Baja Di-1 सबसे पहले मैं अन्तर्वास…

घर के लौड़े-1

हाय दोस्तो, आपकी दोस्त पिंकी दोबारा आप लोगों के मनो…

जन्मदिन के उपहार में गाण्ड मरवाई-1

Janamdin ke Upahar me Gaand Marvai-1 दरअसल मेरे य…

अन्तहीन कसक-2

Antheen Kasak-2 मैं घर चला आया लेकिन मेरा मन बिल्क…

मेरी चालू बीवी-115

सम्पादक – इमरान मैं बहुत तेजी से धक्के लगा रहा था, …

सलहज इतनी हसीं कि दिल मचल गया-3

मैं- शेविंग का सामान दो मुझे.. भाभी- क्यों? मैं- म…

मेरी चालू बीवी-117

सम्पादक – इमरान रानी भी बहुत गर्म हो गई थी, सही माय…

हाय ये कमसिन जवानी पंजाबन की

जॉब के कारण मैं पंजाब में रहा तो मैंने एक कमसिन स…

विधवा की चुदाई की प्यास

मेरी तरफ से अन्तर्वासना के सभी पाठकों को नमस्कार। मे…