गुलदस्ता

फ़ुलवा बाथरूम से निकलते हुए कुसुम की नजर जब रीतेश …

चरित्र बदलाव-9

जैसे ही हम अलग आये तो सोनम ने मुझे एक लाल गुलाब प…

Lucky One

Hi mere naam Sandy hai aur mene DK ki sabhi kahan…

पिया गया परदेस -2

जसप्रीत ने कहा- ठीक है, तो अब यहीं रुकेगा ना? मैंन…

कोई देख लेगा सर-1

मेरे चाहने वालो के लौड़ों को मेरी चूत का आदाब ! अब…

उस रात की बात-1

(एक रहस्य प्रेम कथा) मिक्की ! मेरी जान, मेरी आत्मा, म…

हेड गर्ल बनने के लिए-1

सभी को इस निधि राण्ड की तरफ से दिल से, दिमाग से हर…

शाकाल और नंगी हसीनाएँ-3

सोफे पर बैठ कर हम लोग दोनों का नाच देखने लगे। दो …

मेरे दोस्त की बीवी-1

प्रेषक : नवीन सिंह जो लोग नियमित रूप से अन्तर्वासना …

अभी ना जाओ चोद के !-3

हल्का सा शावर लेने के बाद मैंने उसे बाहर भेज दिया।…