मेरी गली का सलीम-1

लेखिका : शमीम बानो कुरेशी “क्या बात है अब्दुल, आजकल…

सीलबंद माल

राज शर्मा दोस्तो, मैंने अन्तर्वासना पर काफी कहानियां …

मेरी जीवन-यात्रा का आरम्भ

मैं एक साधारण परिवार से हूँ, बचपन में ही मुझे मेर…

प्रफुल्ला-1

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को नमस्ते, मेरी पिछली सभी …

पंछी दाना चुग गया

आपने मेरी पिछली कहानी मामा के साथ वो पल कुछ समय प…

मेरी गली का सलीम-2

लेखिका : शमीम बानो कुरेशी वो बोला- कल घर के सब लो…

Daddy Ke Partner Ne Choda

dusare din ghar pe subah mein ghar pe gayi. maan …

कॉलेज टूर

प्रेषक : आदित्य चांद सभी अन्तर्वासना के पाठकों को मेर…

कॉल सेंटर की एक रात

इस कहानी के पात्र व घटनाएँ काल्पनिक हैं। निखिल ने अ…

चाची चार सौ बीस-2

‘यशोदा … सो गई क्या?’ ‘उंह्ह … चाची, क्या है? ओह, खा…