शबाना की चुदास

यह कहानी शबाना नाम की एक लड़की ने मुझे भेजी थी, जो…

मेरी चालू बीवी-69

सम्पादक – इमरान ओह थैंक्स गॉड… मेरे लण्ड को आखिरकार …

एक हिरोइन से मुलाकात

दोस्तो, चार साल के बाद एक बार मेरे साथ फिर से एक घ…

तेरा साथ है कितना प्यारा-7

‘व्‍व्वो मैं क्‍्क्कु…छ…नहींईईइ…’ बस इतना ही फूटा मुकु…

बदलते रिश्ते -4

रामलाल जब लिंग धोकर बाथरूम से लौटा तो उसके गोरे, …

तेरा साथ है कितना प्यारा-9

मुकुल की निगाह भी तभी मेरी योनिप्रदेश पर गई सारा ख…

भाई की सालियों संग चुदाई-लीला-2

जय पन्द्रह मिनट की चुदाई के बाद मैं उसकी चूत में ही…

पेशाबघर

रंगबाज़ आज मैं आप सबको सत्य घटना पर आधारित कहानी सु…

उनके पति का लण्ड ‘टुन्नू’ सा है

मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ, मैंने जब देखा क…

पार्क में चुदाई की वो रात

धनंजय हाय दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का बहुत समय से पाठ…