देखने-पढ़ने से मन नहीं भरता अब-7

प्रेषक : मुन्ना भाई एम बी ए फिर वो अपने घुटने के बल…

प्यासी निगाहें

प्रेषक : ? एक बार काम के सिलसिले में मुझे दिल्ली मे…

इस्तान्बुल में शिप पर चुदाई-1

प्रेषक : विक्की कुमार मैं परम आदरणीय गुरुजी का शुक्र…

मैं और मेरी प्यारी शिष्या-2

अन्तर्वासना के सभी दोस्तों का ढेर सारा प्यार मिला उनक…

ए.टी.एम गार्ड से चुदा

आपका प्यारा सनी आपका प्यारा सनी गांडू एक बार फिर सब…

मेरी गांड फ़ट गई

प्रेषक : हरीश महरा “उसकी खुद की फ़ट गई” का दूसरा भा…

जीजू

कम उमर से ही मेरी सहेली ने मुझे यौन शिक्षा में प्रव…

मौसी हो तो ऐसी-1

प्रेषक : राज कार्तिक मैं राज एक बार फिर अपने जीवन क…

जमशेदपुर की गर्मी-3

प्रेमशीर्ष द्वारा लिखित एवम् प्रेम गुरु द्वारा संशोधित …

पड़ोस वाली भाभी-2

जैसा कि आप जानते हैं कि मैं अब एक कॉल-बॉय हूँ लेक…