कमाल की हसीना हूँ मैं-39

कुछ ही देर में उनके लौड़े फौलाद की तरह सख्त हो गये …

कमाल की हसीना हूँ मैं-45

हमने जो पैकेज चुना था उसके मुताबिक वो आठ लौड़े बदल…

नवाजिश-ए-हुस्न-2

लेखक : अलवी साहब इतने में हम पहुँच गए और चारों को…

कमाल की हसीना हूँ मैं-40

मैं मानती हूँ कि कुछ देर पहले मैं इन हब्शियों के भ…

आयुषी के बदले श्रेया

नमस्कार दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का बहुत पुराना पाठक ह…

कमाल की हसीना हूँ मैं-35

मेरी चूत का मुँह लंड के एहसास से लाल हो कर खुल गय…

मुंह बोला भाई- बहनचोद

कुमार रवि मेरा कोई सगा भाई नहीं है इसलिए जब भी रा…

वर्मा जी का पाल

नमस्कार दोस्तो, यह अन्तर्वासना पर मेरी पहली कहानी है।…

Nathu – The Doodhwala

Namaste dosto, mera naam lalu hai, mein odisha me…

कमाल की हसीना हूँ मैं-44

घंटे भर बाद ही एक सेमीनार था जो ससुर जी ने मुझे अ…