मेरा गुप्त जीवन -25

निर्मला गैर मर्दों से अपनी चूत चुदाई के किस्से सुनात…

धोबी घाट पर माँ और मैं -9

शाम होते-होते हम अपने घर पहुंच चुके थे। कपड़ों के …

सास बहू की रंगरेलियाँ -1

नमस्कार.. आदाब.. मेरा नाम मयूरा है.. मैं 38 वर्ष की…

मैं जन्नत की सैर कराऊँगी -1

दोस्तो, एक बार फिर आप सबके सामने आपका प्यारा शरद एक…

बहन का लौड़ा -67

अभी तक आपने पढ़ा.. दोस्तो, अगर आप लड़के हो तो प्लीज़ क…

एक लौड़े से दो चूतों की चुदाई -3

‘यार बहनचोद क्या टाँगें हैं हरामज़ादी रेखा रानी की……

धोबी घाट पर माँ और मैं -14

माँ ने मेरे चेहरे को अपने होंठों के पास खींच कर म…

मेरे लण्ड का नसीब -3

अब तक आपने पढ़ा.. कुछ देर बाद हम दोनों बाथरूम में …

मेरा गुप्त जीवन- 17

यह प्रसंग कोई 10 मिन्ट तक चला और तब तक बिंदू की झिझ…

माही के प्यार की प्यास

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा तहे दिल से नमस्कार…