रीना और उसकी सहेली संजना

प्रेषक : जीत शर्मा मैं जीतू दिल्ली से एक बार फिर आपक…

गर्मी की वह रात

प्रेषक : ऋतेश कुमार मित्रो, अंतर्वासना के लिए यह मेर…

अपना लंड बाड़ दो !

प्रेषक : वेणु दोस्तो, मेरी यह पहली और सच्ची कहानी है…

ज़िन्दगी के अजीब रंग

मैं और कामिनी एक ही ऑफ़िस में काम करते थे। कामिनी …

तन की आग

लेखिका : नेहा वर्मा हम पति पत्नि दोनों ही गांव छोड़ …

एक शाम बरसात के नाम

लेखिका : कामिनी सक्सेना हम लोग जहां रहते हैं वो एक…

जाने कब मिलेंगे

प्रेषक : माणक नाहर हैलो दोस्तो, मैं पहली बार कोई कह…

नये साथी की तलाश में!

प्रेषक : संदीप नैन हाय दोस्तो ! सबसे पहले तो मैं अन्…

नई नौकरानी शबनम

हम नए नए इस घर में आए थे. इस कालोनी में मेरा कोई …

आवारगी-2

प्रेषिका : माया देवी उधर श्वेता ने उनके लिंग को फिर…