जिस्मानी रिश्तों की चाह-66
अम्मी मुझे और आपी को अकेला छोड़ कर चली गईं। आपी सोफ…
डेरे वाले बाबा जी और सन्तान सुख की लालसा-4
जगजीत बता रही थी कि बाबाजी उसके ऊपर चढ़े हुए थे। अ…
डेरे वाले बाबा जी और सन्तान सुख की लालसा-3
अब तक आपने पढ़ा.. बाबाजी मेरी इज्जत से खिलवाड़ करने …
अगस्त 2016 की लोकप्रिय कहानियाँ
प्रिय अन्तर्वासना पाठको अगस्त महीने में प्रकाशित कहानि…
जिस्मानी रिश्तों की चाह-65
अब तक आपने पढ़ा.. आपी ने रात को दो लण्ड लेने की इच्छ…
जिस्मानी रिश्तों की चाह-67
फरहान और मैं कमरे में आपी के इन्तजार में ब्लू-फिल्म …
जूसी रानी का इनाम-3
रानी ने दरवाज़ा बन्द कर दिया और मैं दो तीन मिनट गुज…
मैडम को प्रिंसीपल ऑफिस में चोद दिया
मेरे प्यारे दोस्तो.. मेरा नाम सुमित शर्मा है। मैं दि…
लीबिडो कामपिपासा अन्तर्वासना
एक छोटे से शहर से कालेज की पढ़ाई करने के बाद मैं द…
मेरा गुप्त जीवन- 189
पम्मी की आँखें एकदम विस्फारित हुई पड़ी थी, वो डरते ह…