दोस्त दोस्त ना रहा
यह उस समय की बात है जब मैं कुछ दिनों के लिए दिल्ली…
काम में मज़ा आया?
प्रेषक : आलोक कुमार मैं आप सबको अपनी बात बता रहा ह…
बस मेरे लिए फ्री रहना
मैं एक बार फिर से आपके सामने हाजिर हूँ अपनी एक आप…
सिर्फ़ अमन की ॠचा
प्रेषिका : ॠचा ठाकुर अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मे…
एकाकीपन में खुशी
प्रेषक : अशोक अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्क…
पोर्न प्रियंका
प्रेषिका : रजनी शर्मा प्रियंका और उसकी मां, बस ये दो…
मस्त काम वाली सोना बाई
प्रेषिका : कामिनी सक्सेना सोना कई वर्षों से घर में न…
मामा की लड़की की सील
हीरल पटेल मेरा नाम हरी है, मैं अहमदाबाद में रहता …
मस्त जिंदगी का अहसास-2
लेखक : राज शर्मा पिंकी अपने कमरे में चली गई। मैं क…
मुन्नू की बहन नीलू-3
कहानी का पिछला भाग: मुन्नू की बहन नीलू-2 शाम के च…