जिस्म से जान तक

आप सभी पाठकों को प्रेमशीर्ष का प्रेम भरा नमस्कार ! सब…

तीसरी कसम-1

प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना हज़ारों साल नरगिस अपनी बे…

कामना की साधना-6

मेरे पास अब सोचने का समय नहीं था। किसी भी क्षण मेर…

तू सेर, मैं सवा सेर-2

शहनाज़- खुश हो तो दिखाओ अपना लंड! मैं अभी देखना चा…

तीसरी कसम-6

प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना “पलक अगर कहो तो आज तुम्हे…

Sex Ki Pehli Kamai

Hiii dosto ek baar mein phir hajir hun aapka pyar…

इम्तिहान की टैंशन

प्रेषक : यश हाय दोस्तो, मेरा नाम यश है, यह मेरी पहल…

कामना की साधना-7

मैंने अपना एक हाथ बाहर निकला कर ऊपर किया और तर्जनी…

रानी के साथ मस्ती

मैंने पिछली कहानी में आपको बताया था कि रानी को पा…

जो भी करना है, कर डालो !

मैं यहाँ पहली बार अपनी आपबीती बताने जा रही हूँ जब…