दिल्ली से लखनऊ-2
प्रेषक : रिन्कू कुछ देर बाद मैंने अपना एक हाथ उसके …
दीवाने तो दीवाने हैं-1
प्रेषिका : शमीम बानो कुरेशी इन दिनों मैं बनारस में…
मेरी दास्तान
आज मैं आपको वो दास्तान सुनाने जा रही हूँ जो अपने अ…
आज मर जाऊँगी
कैसे हो आप? मैंने अन्तर्वासना की हर कहानी पढ़ रखी है…
मुझे रण्डी बनना है-2
सुशी ने नखरीले अंदाज में मुझे बाहों में लपेटा और …
मामाजी के साथ वो पल
नमस्कार! मैं आपके लिए अपनी पहली कहानी लेकर आई हूँ।…
हर रोज करोगे?
पूर्व कथा : मीना के साथ बिताये रंगीन पल-1 मीना के…
मीना के साथ बिताये रंगीन पल-2
नमस्कार दोस्तो, मेरी पहली कहानी मीना के साथ बिताये …
नेहा के घर पर
प्रेषक : राज सिंह दोस्तो, मेरा नाम राज है, मैं दिल्ल…
दीवाने तो दीवाने हैं-2
प्रेषिका : शमीम बानो कुरेशी “आ तेरा लण्ड मल दूँ, फि…