मेरा गुप्त जीवन- 110
कम्मो मुस्कराते हुए बोली- मैं उस दिन ही समझ गई थी क…
जिस्म की जरूरत-21
अरविन्द भैया ने हम दोनों से पार्टी की बातें पूछीं औ…
घर की चूतों के छेद -3
अब तक आपने पढ़ा.. मैंने अपनी हथेलियों में ढेर सा प…
बैलगाड़ी की हसीन यात्रा
आज बहुत दिनों के बाद इस कहानी के माध्यम से आपसे मि…
बहन और भाई, दोनों की एक साथ चुदाई
दोस्तो, आज आपके लिए पेश है एक कपोल कल्पित कहानी… इस…
सेक्स में सन्तुष्टि कैसे मिले
क्या आप जानते हैं कि औरत में काम वासना पुरुषों की …
चूत एक पहेली -39
अब तक आपने पढ़ा.. मुनिया ने कपड़े निकाले तो अर्जुन न…
मेरा गुप्त जीवन-100
कुछ दिन हम सब बहुत व्यस्त रहे क्यूंकि 15 दिन के लिए …
मेरा गुप्त जीवन-104
रात को मैं बड़ी गहरी नीद में सोया था लेकिन मुझको य…
अगर खुदा न करे… -5
तीसरे दौर में तो अंजलि बेकरार हो गई। वह आतुरता मे…