एक भाई की वासना -6

हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. शाम को जब हम लोग टीवी देख…

मेरा गुप्त जीवन-36

चंचल दो रात हमारे साथ रही और फिर उसका पति लौट आया…

एक भाई की वासना -8

सम्पादक – जूजा जी हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. मेरा तो …

एक भाई की वासना -12

सम्पादक – जूजा जी हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. अन्दर से …

मेरा गुप्त जीवन-31

अब इतनी बड़ी कोठी में सिर्फ मैं, पारो और कम्मो ही रह…

मेरा गुप्त जीवन-34

अभी तक आपने पारो की कहानी पढ़ी, अब आपको कम्मो की कह…

एक भाई की वासना -9

सम्पादक – जूजा जी हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. मेरा दूस…

मेरा गुप्त जीवन-32

चाची रात में 3-4 बार चुद चुकी थी इसलिए मैंने सोचा…

तुझ को भुला ना पाऊँगा -3

एक दिन वो जब मायके आई तो अपने घर उसे 2-3 दिन रुकन…

एक भाई की वासना -4

सम्पादक – जूजा जी हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. मैं- देख…