बस में मिला बड़ी उम्र का दोस्त
प्रेषिका : निकिता भल्ला हेलो दोस्तो… मेरा नाम निकिता…
दिल पर जोर नहीं-2
दिल पर जोर नहीं-1 मुझे इस मिशन स्कूल में काम करते …
पानी भरने के बहाने
प्रेषक – रोहित तब मैं कुछ काम से उनके घर में चला ग…
घर की बात घर में
लेखिका : कामिनी सक्सेना सहयोगी : रीता शर्मा मेरे दो…
पंजाबी लौड़ा
प्रेषक : गुरप्रीत सिंह हेलो ! आप सब भाभियों और औरतो…
तरक्की का सफ़र-14
राज अग्रवाल एम-डी के जाने के बाद प्रीती ने देखा कि …
मजा या सजा
लेखिका : कामिनी सक्सेना सहयोगी : जो हन्टर मैं उस सम…
मेरी सीधी सरल भाभी
नमस्ते दोस्तों ! यह कहानी बिल्कुल सच्ची है। मैं विदिश…
ससुराल गेंदा फ़ूल-2
सवेरे मैं सुस्ती में उठी… अलसाई सी बाहर बरामदे में…
दो अनजान जिस्म- एक काम
प्रेषक – पवन कुमार आज जब मैंने लॉग-इन किया तो वह …