दोस्तों का जाल

प्रेषक – पुलकित झा नमस्कार! अन्तर्वासना के पाठकों को …

मजा या सजा

लेखिका : कामिनी सक्सेना सहयोगी : जो हन्टर मैं उस सम…

तरक्की का सफ़र-12

राज अग्रवाल प्रीती के वापस आने के बाद हम लोग खाना ख…

तरक्की का सफ़र-14

राज अग्रवाल एम-डी के जाने के बाद प्रीती ने देखा कि …

बचपन की दोस्ती

प्रेषक : रवि पुप्लू मेरे गाँव का ही लड़का था और बचपन…

तरक्की का सफ़र-2

करीब एक महीने बाद की बात है। मैं सुबह ऑफिस पहुँचा…

मकान मालकिन की बेटी और नौकरानी

दोस्तों मैं अपनी एक मस्त कहानी आप लोगों को बताना चा…

अंकल ने गांड की सील तोड़ी

प्रेषक : राहुल प्यारे दोस्तो ! मेरा नाम राहुल है, जी…

अब मैं तुम्हारी हो गई -1

प्यारे पाठको ! मेरा नाम भगु है। मैं अन्तर्वासना का न…

गुरूजी का आश्रम-1

‘हेलो..! रुचिका!’ मेरे सम्पादक की आवाज सुनते ही मै…