तरक्की का सफ़र-4

मैं शाम को ठीक आठ बजे होटल शेराटन में एम-डी के सू…

तरक्की का सफ़र-2

करीब एक महीने बाद की बात है। मैं सुबह ऑफिस पहुँचा…

दोस्तों का जाल

प्रेषक – पुलकित झा नमस्कार! अन्तर्वासना के पाठकों को …

तरक्की का सफ़र-8

“मेरा प्लैन है कि एम-डी महेश की बेटी मीना को उसकी …

तरक्की का सफ़र-3

मैं और प्रीती मेरे फ्लैट में दाखिल हुए और मैंने पूछ…

तरक्की का सफ़र-7

राज अग्रवाल प्रीती की कहानी सुनने के बाद मुझे सही म…

बचपन की दोस्ती

प्रेषक : रवि पुप्लू मेरे गाँव का ही लड़का था और बचपन…

भाभी सच बताना

प्रेषिका : रानी सहिबा कमलिनी का महीना हुए चार दिन …

घर की बात घर में

लेखिका : कामिनी सक्सेना सहयोगी : रीता शर्मा मेरे दो…

मजा या सजा

लेखिका : कामिनी सक्सेना सहयोगी : जो हन्टर मैं उस सम…