चूत एक पहेली -17
अब तक आपने पढ़ा.. टोनी- वाह भाई मान गया.. आप तो म…
नाम में क्या रखा है-2
प्रेषक : होलकर नज़ारा भूले नहीं भूलता, चिकनी, चमकदा…
नाम में क्या रखा है-1
शेक्सपीयर जो अपने आपको बड़ा चाचा चौधरी समझता था, उस…
मामा की बेटी से जाने अनजाने
विराज कुमार अन्तर्वासना के सभी पाठकों एवं पाठिकाओं …
मेरा गुप्त जीवन- 79
अभी हम यह बातें कर ही रहे थे की फ़ोन की घंटी बजी। …
भैया जी अब मेरे सैंया जी
प्रेषिका : पायल गुप्ता अन्तर्वासना के सभी पाठकों को प…
कामदेव के तीर-2
रजिया के जाने के बाद हमने नाश्ता किया, फिर ऊपर वाल…
कामदेव के तीर-1
मैं अपने ऑफिस में बैठा मेल चैक कर रहा था, इस बार …
गदराई लंगड़ी घोड़ी-4
बबिता ने फिर से अपने दोनों हाथ अपने घुटनों पर रख …
वो लड़की भीगी सी-2
प्रेषक : इमरान ओवैश मैंने उसका आशय समझ कर अपने कपड़…