चिरयौवना साली-21
लेखिका : कमला भट्टी मेरे गाँव से थोड़ी दूर कोई 10-1…
असली चुदाई का सुख मिल ही गया आखिर मुझे
नमस्कार दोस्तो, मैं कुणाल ठाकुर आगरा से हूँ। मैंने …
मेरी चूत की भूख और भाई का लंड-2
अब तक आपने पढ़ा.. मेरी नटखट जवानी ने मेरी चूत की भ…
केले का भोज-6
ओ ओ ओ ओ ओ ह… खुद को शर्म में भिगोती एक बड़ी लहर, रो…
पलक की सहेली सरिता-2
और यह बोलते हुए वो अपने दोनों पैर मेरे पैरों के द…
केले का भोज-5
मैं कुछ नहीं सुन पा रही थी, कुछ नहीं समझ पा रही थ…
पाँच सौ का नोट
सभी पाठकों को मेरा नमस्कार, पाठिकाओं को मेरे खड़े ल…
Train Me Bhai Se Suhagraat
Mera naam Balwinder Kaur hai aur ghar wale pyar s…
मेघा की तड़प-3
अदिति अपनी सफ़ल हुई योजना से खुश थी। जो वो मेघा को…
मोहिनी सूरत थी उसकी !
प्रेषक : अजय सिंह अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा …