मज़ा ही मज़ा

मजा या सजा से आगे… प्रेषक : जो हन्टर सहयोगी : कामिन…

तरक्की का सफ़र-9

राज अग्रवाल प्रीती अब बहुत खुश थी कि उसने महेश से अ…

ट्रेन में मस्ती बहुत की

प्रेषक – गणेश नमस्कार दोस्तों मैं गणेश, पुणे में रहत…

तरक्की का सफ़र-4

मैं शाम को ठीक आठ बजे होटल शेराटन में एम-डी के सू…

तरक्की का सफ़र-3

मैं और प्रीती मेरे फ्लैट में दाखिल हुए और मैंने पूछ…

पानी भरने के बहाने

प्रेषक – रोहित तब मैं कुछ काम से उनके घर में चला ग…

मजा और सजा

लेखक : जो हन्टर सहयोगी : कामिनी सक्सेना यह कहानी ती…

तरक्की का सफ़र-2

करीब एक महीने बाद की बात है। मैं सुबह ऑफिस पहुँचा…

वरदान

प्रेषक : मुन्नेराजा दुनिया की लगभग सभी जातियों में,…

तरक्की का सफ़र-16

आर्यन और सायरा एक दूसरे को चूमे जा रहे थे कि रूही …