जिस्मानी रिश्तों की चाह -8

आपी हम दोनों को डांट रही थी वो बोलीं- तुम दोनों ह…

जिस्मानी रिश्तों की चाह -2

सम्पादक जूजा फरहान ने ये बात सुनी और तवज्जो दिए बगै…

याराना का तीसरा दौर-5

पिछले भाग में आपने पढ़ा कि मेरे छोटे भाई विक्रम और …

एक अनजानी प्यासी भाभी से दोस्ती

दोस्तो, यह कहानी एक मित्र ने मेरी कहानियां पढ़ने के …

पड़ोसन आंटी की चूत चौड़ी कर दी -2

दोस्तो, अब तक आपने पढ़ा.. जब उनकी सहेली ने हम दोनों…

याराना का तीसरा दौर-3

जब विक्रम ने अपने बड़े भाई को बताया कि उनकी पत्नी री…

खामोशी: द साईलेन्ट लव-4

अभी तक की कहानी में आपने पढ़ा कि अपनी पड़ोसन की विव…

मैं अपने जेठ की पत्नी बन कर चुदी -18

सन्तोष मेरे उरोजों की मालिश में इतना मस्त हो गया था…

दोस्त और उसकी बीवी ने लगाया ग्रुप सेक्स का चस्का-7

दोनों के जाने के बाद मैंने दीपा को गोदी में उठाकर…

जिस्मानी रिश्तों की चाह -1

सम्पादक जूजा दोस्तो, यह कहानी पाकिस्तान के एक लड़के स…