मेरा गुप्त जीवन- 136

अगले दिन सुबह ही मैं, कम्मो और निम्मो लखनऊ वापस जान…

मेरा गुप्त जीवन- 138

कम्मो फ़ौरन उठी और बाथरूम में चली गई और थोड़ी देर बा…

मैं अपने जेठ की पत्नी बन कर चुदी -7

अन्तर्वासना के पाठकों को आपकी प्यारी नेहारानी का प्या…

भाभी की चूत चाट कर मज़ा दिया

हैलो फ्रेंड्स.. मैं फर्स्ट टाइम अन्तर्वासना पर स्टोरी लि…

कुँवारी पिंकी की सील तोड़ चुदाई -6

तभी दरवाजे की घंटी बजी। देखा.. तो पिंकी थी.. पर य…

भाभी ने देवर की गान्ड मारी

दोस्तो, इस कहानी का नाम पढ़ कर आपको भी अजीब लगेगा क…

आन्टी ने मालिश के बहाने चूत चुदवाई

मेरे घर में हम 3 लोग हैं। मेरे पापा मम्मी और मैं..…

कमसिन कली को प्यार से कुचला -1

आज मैं जो कहानी आपको बताना चाहता हूँ.. वो मेरे सा…

हसीन सफर और तन का मिलन

अन्तर्वासना के सभी नियमित पाठकों को कुशल का प्यार भर…

सेक्सी सलहज को नंगी देखा, फिर चुदाई

मेरा नाम अर्जुन है, मैं बैंगलोर का रहने वाला हूँ। …