दूसरी सुहागरात-1
प्रेम गुरु की कलम से….. संतुष्टो भार्यया भर्ता भर्ता भ…
फिर सुबह होगी
लेखिका : शमीम बानो कुरेशी “कल सुबह सुबह तो तू मुम्…
चरित्र बदलाव-5
मैं बिस्तर पर लेट गया और भाभी की चूत चूसने लगा. मै…
मेरे जीजू और देवर ने खेली होली-1
जीजू और देवर संग होली मैं अपने मम्मी-पापा के साथ स…
बेचैन निगाहें-1
मेरी शादी हुए दो साल हो चुके हैं। मेरी पढ़ाई बीच म…
मेरे जीजू और देवर ने खेली होली-2
कहानी का पिछला भाग: मेरे जीजू और देवर ने खेली होल…
पिंकी और सोनिया के बाद-3
प्रेषक : वरिंदर वो जाकर बिस्तर पर गिर गई, मैंने भी …
एक कुंवारे लड़के के साथ-1
हालाँकि मैंने बहुत सारे लड़कों के साथ चुदाई की है …
पिंकी और सोनिया के बाद-2
प्रेषक : वरिंदर बेहद छोटा सा हल्का गुलाबी टॉप, केप्र…
मुझे रण्डी बनना है-7
जूली- चलो छोड़ो ! अच्छा यह बताओ कि राजा बाबू अभी तक…