दीवाने तो दीवाने हैं-1

प्रेषिका : शमीम बानो कुरेशी इन दिनों मैं बनारस में…

जन्मदिन का उपहार

प्रेषक : मुकेश कुमार दोस्तो, आज मैं अपनी सच्ची कहानी…

लम्बा टूअर-2

सबसे पहले मैं गुरूजी का धन्यवाद करता हूँ एवं नमस्का…

वो बेवफा हो गई

प्रेषक : विकास श्रीवास्तव मेरा नाम विकास है मैं दिल्ल…

मेरी साली पिंकी-1

दोस्तो, मेरा नाम है वरिंदर, मैं गाज़ियाबाद का रहने …

आज मर जाऊँगी

कैसे हो आप? मैंने अन्तर्वासना की हर कहानी पढ़ रखी है…

सोनिया की मम्मी के बाद-1

सोनिया की मम्मी-2 से आगे की कहानी प्रेषक : राज कार्त…

मेरी दास्तान

आज मैं आपको वो दास्तान सुनाने जा रही हूँ जो अपने अ…

नेहा के घर पर

प्रेषक : राज सिंह दोस्तो, मेरा नाम राज है, मैं दिल्ल…

गलती की सजा-2

गलती की सजा-1 सुन्दरी बोली- सब करेगा? तू अंदर आ! आ…