एक से भले दो !
दोस्तो, मैं श्रेया आहूजा एक बार फिर आपके सामने पेश …
बेइन्तिहा प्यार.. सत्य प्रेम कहानी-1
हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम संजय है.. मेरे दोस्त मुझे एस…
जिस्मानी रिश्तों की चाह-56
सम्पादक जूजा अगला दिन भी बहुत बिज़ी गुजरा और आम दिन…
चाहत मॉडल बनने की-2
प्रेषिका : पूनम दीदी ने शाम को फ़ोन कर के मुझे बधाई…
मासूम यौवना-16
लेखिका : कमला भट्टी रात के करीब 10 बज गए थे, मुझे …
मेरा गुप्त जीवन- 183
जब मौसी पलंग से उठ कर मुझसे दूर भागने लगी कि अब औ…
मासूम यौवना-10
पिछली किश्त यानि मासूम यौवना-9 में आपने मेरे जीजाज…
अनजानी लौंडिया की जबरदस्त चूत चुदाई-2
एक ही बिस्तर पर मैं और वो मेरी अनजान दोस्त लेट गए थ…
जिस्मानी रिश्तों की चाह -61
सम्पादक जूजा आपी मेरे ऊपर थी कि तभी आपी धीमी आवाज़ …
जिस्मानी रिश्तों की चाह-59
सम्पादक जूजा मैंने आपी को आश्वस्त करते हुए कहा- अरे …